हाजीपुर में घाघरा नदी पर बना रहे सेतु का नोडल अधिकारी ने किया निरीक्षण,निर्माण कार्य की गुणवत्ता एवं समयबद्धता का रखें ध्यान- नोडल अधिकारी

गौशाला में पशुओं के लिए पर्याप्त हरा चारा एवं भूसा की व्यवस्था सुनिश्चित करें- नोडल अधिकारी

आजमगढ़:उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा जनपद आजमगढ़ में विभिन्न योजनाओं के निरीक्षण एवं भौतिक सत्यापन हेतु नामित किए गए नोडल अधिकारी/ आयुक्त खाद एवं रसद विभाग उत्तर प्रदेश शासन श्री भूपेंद्र यस चौधरी ने आज अपने जनपद भ्रमण कार्यक्रम के दूसरे दिन आजमगढ़ एवं गोरखपुर को जोड़ने वाले घाघरा नदी पर निर्माणाधीन हाजीपुर गोला सेतु एवं संपर्क मार्ग से मुख्य मार्ग/हाईवे को जोड़ने वाले संपर्क मार्ग के निर्माण कार्यों का गहनता/बारीकी से निरीक्षण किया। नोडल अधिकारी ने सेतु निगम एवं लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता से सेतु एवं संपर्क मार्ग कितने समय से लंबित है तथा क्यों लंबित इसका क्या कारण है एवं इसकी लागत जब सेतु निर्माण की स्वीकृति मिली थी तब क्या थी तथा अब रिवाइज्ड ऐस्टीमेट के अनुसार लागत क्या है। उन्होंने इसके कार्यों के लिए किए गए टेंडर एवं कार्य के सापेक्ष किए गए भुगतान के संबंध में विस्तृत जानकारी प्राप्त किया। इसके टेंडर एवं अब तक हुए निर्माण कार्य की लागत एवं शासन द्वारा उक्त कार्य के लिए अब तक कितनी धनराशि स्वीकृत की गई तथा स्वीकृत धनराशि के सापेक्ष कितनी धनराशि अवमुक्त की गई तथा और मुक्ति की गई धनराशि के सापेक्ष कितना कार्य हुआ के संबंध में विस्तृत जानकारी संबंधित अधिकारियों से प्राप्त किया। खाद्य एवं रसद आयुक्त/नोडल अधिकारी ने संपर्क मार्ग एवं सेतु के डिजाइन/लेआउट का भी गहराई से निरीक्षण किया। उन्होंने मौके पर सेतु से जोड़ने वाले पहुंच मार्ग की चौड़ाई की माप भी कराई। अधिशासी अभियंता सेतु निगम एवं लोक निर्माण विभाग ने नोडल अधिकारी को अवगत कराया की सेतु निर्माण की स्वीकृति के समय पहुंच मार्ग की कुल लागत 173 करोड़ जो वर्तमान में रिवाइज होकर 246 करोड़ हो गई है। अधिशासी अभियंता ने नोडल अधिकारी को अवगत कराया की बजट के प्राप्त होते ही कार्य पुनः प्रारंभ कर दिया गया है। निर्माण कार्य पूर्ण करने का नया लक्ष्य जनवरी 2026 निर्धारित किया गया है जिसे प्रत्येक दशा में पूर्ण किया जाएगा। उन्होंने नोडल अधिकारी को अवगत कराया कि बजट अभाव एवं डिजाइन बदलने के कारण जनवरी 2021 से कार्य बंद था। उन्होंने नोडल अधिकारी को अवगत कराया की पहुंच मार्ग की लंबाई हाईवे तक पहुंचाने के लिए 5 किलोमीटर है तथा 2 लेन हैं। उन्होंने नोडल अधिकारी को अवगत कराया नदी के उस पार NH- 27 राम जानकी मार्ग से सीधे जुड़ा हुआ है।

अधिशासी अभियंता ने नोडल अधिकारी को अवगत कि सेतु की स्वीकृति दिनांक 19 दिसंबर 2016, स्वीकृत लम्बाई 5 कि०मी, पुनरीक्षित स्वीकृति दिनांक 04 मार्च 2025, बिड आमंत्रण तिथि 09 जनवरी 2020, फर्म/ठेकेदार का नाम मे० रिशु कन्स्ट्रक्शन, विभागीय उच्चाधिकारियों द्वारा दिये गये निर्देशों के क्रम में सुरक्षात्मक कार्य हेतु आई०आई०टी० बी०एच०यू०, वाराणसी द्वारा दिये गये ड्राईंग एवं डिजाईन में व्यापक परिवर्तन (अतिरिक्त प्राविधान) के कारण पुनरीक्षित आगणन गठित किया गया, जिसकी स्वीकृति दिनांक 04 मार्च 2025 को प्राप्त हुई, जिसे पूर्ण करने की तिथि 30 जून 2026 है।निरीक्षण के दौरान पाया गया कि पहुँच मार्ग एवं अतिरिक्त पहुँच मार्ग में तटबन्ध का कार्य लगभग 95 प्रतिशत तथा पहुँच मार्ग में 03 लघु सेतुओं में से 02 लघु सेतु का कार्य पूर्ण हो चुका है तथा तृतीय लघु सेतु का कार्य प्रगति पर है। इसके अतिरिक्त तटबन्ध के सुरक्षात्मक कार्य हेतु लॉचिंग एप्रन में वायरकेट के साथ बोल्डर पिचिंग तथा अपस्ट्रीम साइड के स्लोप पर बोल्डर पिचिंग का कार्य प्रगति पर है। उक्त मार्ग पर कराये जा रहे कार्य की प्रगति व गुणवत्ता प्रथम दृष्टया संतोषजनक है।इसके पश्चात नोडल अधिकारी/खाद एवं रसद आयुक्त ने गौशाला का निरीक्षण भी किया उन्होंने मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी से गौशाला में कितने गोवंश संरक्षित हैं तथा उनके खाने-पीने की क्या व्यवस्था है के संबंध में जानकारी प्राप्त किया। उन्होंने कहा कि पशुओं के लिए पर्याप्त हरा चारा एवं भूसा की व्यवस्था सुनिश्चित करें। उन्होंने निराश्रित गोवंश को संरक्षित करने के लिए अतिरिक्त टीन शेड्स के निर्माण करने के निर्देश दिए। उन्होंने मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को गौशाला परिसर में बनी हुई छोटी-छोटी दुकानों को भी स्वयं सहायता समूह के माध्यम से दुकान खोलने के लिए आवंटित करने पर विचार करने का निर्देश दिया।नोडल अधिकारी के भ्रमण के दौरान मुख्य विकास अधिकारी श्री परीक्षित खटाना अधिशासी अभियंता सेतु निगम अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी एवं अन्य संबंधित अधिकारी भी उपस्थित रहे।

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