मुम्बई:बच्चों में प्राचीन शिक्षा और संस्कारों के प्रति बढ़ रहा है आकर्षण

मुम्बई।संवाददाता भरत कुमार की रिपोर्ट:-

बच्चों में प्राचीन शिक्षा और संस्कारों के प्रति बढ़ रहा है आकर्षण, !!!सोमवार दिनांक 24 अप्रैल 2023 को गोरेगांव आर्य समाज और आर्य वीर दल मुंबई के संयुक्त प्रयास से बच्चों के लिए एक दिवसीय शिविर का आयोजन किया गया ।

भारत की अपनी अलग पहचान है जो अपनी संस्कृति और संस्कारों से ओत प्रोत है !आर्य समाज गोरेगांव के सभी सदस्यों के बच्चों ने बड़े उत्साह से इस शिविर में भाग लिया और हमारी प्राचीन भारतीय संस्कृति और संस्कारों के प्रति अपनी रुचि दिखाई ।देश की राजधानी दिल्ली से पधारे आर्य वीर दल के वरिष्ठतम शिक्षक आदरणीय श्री हरि सिंह आर्य जी और मुंबई के सहयोगी युवा शिक्षक श्री अनुज आर्य ने बच्चों के अंदर की प्रतिभा को बाहर निकाल उन्हें एहसास दिलाया कि यदि आप संकल्प ले लो तो आपके लिए जीवन में कोई भी कार्य मुुश्किल नहीं है। इसी प्रेरणा ने बच्चों में जोश भर दिया और फिर पूरे दिन शिविर में बच्चों ने योग, आसन, प्राणायाम, हवन, संध्या, आर्चरी, गन शूटिंग, कराटे , सूर्य नमस्कार , भूमि नमस्कार और अनेक प्रकार के खेलों के माध्यम से बहुत कुछ सीखने का प्रयास किया । सभी बच्चों के मन की प्रसन्नता देखते ही बनती थी मानो उनके जीवन में खुशी की लहर दौड़ रही हो ! सभी बच्चों के माता-पिता ने भी अपने बच्चों का प्रतिभा प्रदर्शन को देखते हुए आर्य समाज , आर्य वीर दल के सभी अधिकारियों को हृदय से धन्यवाद दिया , और भविष्य में भी अपने बच्चों को इस तरह की शिक्षा के लिए शिविर में भाग लेने के लिए संकल्प लिया ।

आर्य समाज गोरेगांव के मंत्री आदरणीय श्री पवन अब्रोल जी और धर्माचार्य श्री राजकुमार आचार्य जी एवं आचार्य मिथिलेश जी ने पूरे शिविर में रहकर के बच्चों का उत्साहवर्धन किया और नाश्ता , भोजन , जलपान आदि की सुंदर व्यवस्था आर्य समाज गोरेगांव की ओर से की गई !

विशेष बात यह कि पूरा शिविर निः शुल्क था । भविष्य में शीघ्र ही अगला शिविर लगाने की भी घोषणा की गई।आर्य वीर दल मुंबई के युवा एवं उर्जावान् संचालक श्री नरेंद्र शास्त्री ने कहा कि संस्कारों से ही बच्चों का निर्माण होता है तथा उनके अंदर से एक आदर्श व्यक्तित्व निखर कर आता है।आर्य प्रतिनिधि सभा मुंबई ने सफल कार्यक्रम के लिए आर्य समाज गोरेगांव तथा आर्य वीर दल के सभी अधिकारियों की भूरी भूरी प्रशंसा की तथा भविष्य में भी सहयोग का आश्वासन दिया।इस तरह सुबह 7:00 बजे से शाम 6:00 बजे तक यह कार्यक्रम पूरे उत्साह के साथ विभिन्न गतिविधियों को संचालित करते हुए निर्विघ्न संपन्न हुआ !संघटक एवं महामंत्री पंडित धर्मधर आर्य जी द्वारा शांति पाठ के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया।

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