बिहार में वज्रपात से चार लोगों की मौत, नीतीश कुमार ने जताई संवेदना

Four people killed in lightning strike in Bihar, Nitish Kumar expresses condolences

पटना, 3 जुलाई: मानसून पूरे देश में सक्रिय हो चुका है और पूरे बिहार में बारिश हो रही है। एक तरफ बारिश की वजह से मौसम सुहाना हो गया है तो वहीं वज्रपात के चलते बिहार के कई जिलों में लोगों की मौत हो गई है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस पर अपनी संवेदना जाहिर की है और मृतकों के परिजनों को अनुदान देने की घोषणा की है।नीतीश कुमार ने ट्वीट करते हुए कहा, “वज्रपात से भागलपुर में 1, दरभंगा में 1, पूर्वी चंपारण में 1 और नवादा में 1 व्यक्ति की मृत्यु दुःखद है। शोक संतप्त परिजनों के प्रति गहरी संवेदना है। मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रुपये अनुग्रह अनुदान दिया जाएगा। लोगों से अपील है कि खराब मौसम में पूरी सतर्कता बरतें। आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा समय-समय पर जारी किए गए सुझावों का अनुपालन करें। खराब मौसम में घरों में रहें, और सुरक्षित रहें।जुलाई में ला नीना व अन्य कारणों से बिहार में सामान्य से ज्यादा बारिश का पूर्वानुमान बताया गया है। मंगलवार को भी राजधानी पटना समेत 13 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी गई थी। बुधवार को भी बिहार के अधिकांश हिस्सों में बारिश की काफी संभावनाएं व्यक्त की गई हैं। बारिश की वजह से नदियों में उफान आने के चलते बाढ़ का खतरा भी बढ़ गया है।बता दें, उत्तर बिहार में हर साल बाढ़ की स्थिति आपदा बनकर आती है। इसी बीच बिहार में बाढ़ का स्थायी समाधान निकालने की पहल शुरू हो गई है। जदयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय कुमार झा ने दिल्ली में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से मुलाकात की। संजय कुमार झा ने इसकी पूरी जानकारी सोशल मीडिया के जरिए शेयर की है। उन्होंने बताया कि बिहार के विकास तथा उत्तर बिहार में बाढ़ के दीर्घकालिक समाधान से जुड़े कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से संसद भवन स्थित उनके कक्ष में मुलाकात की, जो काफी सार्थक रही।इस बैठक में केंद्रीय विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर और केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय की सचिव देबश्री मुखर्जी के अलावा वित्त, विदेश और जल शक्ति मंत्रालय के कुछ वरीय अधिकारी भी शामिल हुए। इस महत्वपूर्ण मीटिंग में उत्तर बिहार में बाढ़ के प्रभाव को कम करने के उद्देश्य से बेहतर जल प्रबंधन का एक विस्तृत खाका तैयार करने के मुद्दे पर विस्तृत चर्चा हुई।

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