मेरी मासूम बेटी को कौन संभालेगा…: पीड़ित सिपाही ने दिया जवाब, सुलह के लिए पहुंची थी टीम; CO बोले- चल रही जांच

 

रिपोर्टर अजीत कुमार सिंह बिट्टू जी ब्यूरो चीफ हिंद एकता टाइम्स

बलिया के सिकंदरपुर थाने में तैनात सिपाही प्रदीप कुमार सोनकर को मांगने पर थानाध्यक्ष ने अवकाश नहीं दिया था। इसकी वजह से इलाज के अभाव में आरक्षी की पत्नी मनीषा की मौत हो गई। पत्नी की असामयिक मौत और छह माह की पुत्री के सिर से मां का साया उठने से मर्माहत आरक्षी का रो-रो कर बुरा हाल है।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

बलिया के सिकंदरपुर थाने पर तैनात सिपाही प्रदीप और उसके परिजनों ने सिकंदरपुर पुलिस पर मामले में सुलह समझौते के लिए दबाव बनाने का आरोप लगाया है। यहां तक कहा कि सिकंदरपुर पुलिस मामले को रफा-दफा करने के प्रयास में जुटी है। हालांकि, पीड़ित परिवार की नाराजगी के आगे सारे प्रयास विफल होने की बात भी सामने आ रही है। पीड़ित सिपाही ने दो टूक में जवाब दिया कि मेरी मासूम बेटी को कौन संभालेगा।

 

 

जिले के सिकंदरपुर थाने में तैनात सिपाही प्रदीप कुमार सोनकर आरोप लगाया था कि मांगने पर थानाध्यक्ष ने अवकाश नहीं दिया। इसकी वजह से इलाज के अभाव में आरक्षी की पत्नी मनीषा की मौत हो गई। घटना से दुखी परिजनों ने थानाध्यक्ष की मनमानी और तानाशाही के खिलाफ एसपी बलिया और डीआईजी सहित अन्य अधिकारियों को ट्वीट कर न्याय की गुहार लगाई थी। एसपी विक्रांतवीर ने मामले की जांच सीओ सिंकदरपुर आशीष मिश्र को सौंपी थी।

 

 

 

 

बीते शुक्रवार को सिकंदरपुर पुलिस की एक टीम सिपाही के घर पहुंची थी। सिपाही से मुलाकात के बाद परिजनों से मिली थी। मामले को सुलह-समझौते के जरिए सलटाने का प्रस्ताव पीड़ित परिजनों के सामने रखा था। पीड़ित परिवार को प्रलोभन भी दिया। इसे पीड़ित परिवार ने खारिज कर ऐसी फटकार लगाई की उनकी बोलती बंद हो गई और उन्हें उल्टे पांव वापस लौटना पड़ा था।

 

 

वहीं, सीओ सिकंदरपुर आशीष मिश्र ने बताया कि आरक्षी प्रदीप सोनकर मामले से संबंधित जांच अभी जारी है। जैसे ही जांच पूरी हो जायेगी रिपोर्ट उच्चाधिकारी को सौंप दी जाएगी।

 

 

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