आजमगढ़:डस्टबिन घोटाले में पूर्व चेयरमैन गिरफ्तार,ख्वाब थे बहुत लंबे हुए…
आजमगढ़।नगर पंचायत अजमतगढ़ में डस्टबिन घोटाले के मुख्य आरोपी निवर्तमान चेयरमैन को जीयनपुर कोतवाली पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार कर लिया। निवर्तमान चेयरमैन के खिलाफ 2022 में तत्कालीन तहसीलदार सगड़ी ने मुकदमा दर्ज कराया था।निवर्तमान चेयरमैन पारसनाथ सोनकर निवासी वार्ड एक सुभाष नगर, अजमतगढ़ के कार्यकाल में डस्टबिन व नगर पंचायत के अन्य सामान की खरीद में घोटाले का आरोप लगा था। इसकी शिकायत जिलाधिकारी से लेकर शासन तक हुई थी। शासन के निर्देश पर जांच में घोटाले की पुष्टि हुई। इस पर तत्कालीन तहसीलदार तहसील सगड़ी अभिषेक कुमार सिंह ने 25 जनवरी 2022 को निवर्तमान चेयरमैन के खिलाफ जीयनपुर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया था। इसके बाद से निवर्तमान चेयरमैन फरार चल रहे थे। मुकदमे की विवेचना इंस्पेक्टर क्राइम ब्रांच को मिली थी। क्राइम ब्रांच की टीम ने शनिवार को निवर्तमान चेयरमैन पारसनाथ को जीयनपुर के मुख्य चौक से गिरफ्तार कर लिया। निवर्तमान चेयरमैन पर विभिन्न मामलों में कुल नौ मुकदमे दर्ज हैं।विधानसभा चुनाव लड़ने की भी किया था तैयारीडस्टबिन घोटाले में गिरफ्तार निवर्तमान चेयरमैन के ख़्वाब बहुत लंबे थे। 2022 के विधानसभा चुनाव में वो मऊ जिले के मोहम्मदाबाद सुरक्षित सीट के लिए समाजवादी पार्टी से टिकट भी मांग रहा था। टिकट न मिलने से वो चुनाव नही लड़ सका।मूलरूप से आज़मगढ़ कस्बा निवासी निवर्तमान चेयरमैन नगर पंचायत अजमतगढ़ पारश नाथ सोनकर की राजनैतिक महत्वकांक्षा काफी बड़ी थी। चैयरमैन पद पर जीत के बाद से ही वह विधायक बनने की तैयारी में जुट गया था। इसके लिए वो मऊ जिले के मोहम्मदाबाद सीट को चुना था। 2022 के चुनाव में इसी सीट से वो सपा से टिकट का दावेदार भी था। इसी दौरान डस्टबिन घोटाला सामने आ गया,जांच हुई तो आरोप पुष्ट हुआ और तहसीलदार के निर्देश पर जीयनपुर कोतवाली में मुकदमा भी दर्ज किया गया। यह घोटाला 17.25 लाख का था,यही कारण रहा कि पारस नाथ को टिकट नही मिला,अब चेयरमैनी का कार्यकाल खत्म होने के बाद उसे पुलिस ने गिरफ्तार भी कर लिया है,