गुरु सेवा करने वाले शिष्य की सार्थक होती विद्या-स्वामी परमेश्वरानन्द सरस्वती

 

 

 

रिपोर्टर अजीत कुमार सिंह बिट्टू जी ब्यूरो चीफ हिंद एकता टाइम्स

गड़वार (बलिया) :

क्षेत्र के धर्मनगरी योगीडीह(बुढ़ऊ)स्थित चारों धामादि मंदिर में गुरु पूर्णिमा के अवसर पर उपस्थित भक्तों को संबोधित करते हुए स्वामी परमेश्वरम सरस्वती उड़िया बाबा ने कहा कि भारतीय संस्कृति में गुरु को ईश्वर से भी बढ़कर माना गया है।जो शिष्य गुरु की सेवा करता है उसकी विद्या सार्थक होती है।यही नहीं गुरु वचनों को प्रेम पूर्वक हृदय में धारण करने वाला शिष्य अपने जीवन काल में सदैव सम्यक सुख को प्राप्त करता है।इसके पूर्व भक्तों ने वैदिक मंत्रोचार के बीच स्वामी जी का विधि विधान से पूजन अर्चन किया एवं आरती उतारी। आश्रम में स्थापित देवी देवताओं का भी विधि विधान से पूजन अर्चन किया गया।भोला प्रसाद आग्नेय व सौरभ कुमार ने भी गुरु पूर्णिमा पर्व व गुरु के महत्व के बारे में उपस्थित जनों को बताया।वहीं राजकुमार मिश्र,शिवम मिश्र,अंजनी गुप्ता, मोती पटेल,लल्लन देहाती,कुमार आदि द्वारा भजन संगीत का कार्यक्रम किया गया।संचालन अंजनी गुप्ता ने किया।इस मौके पर नाल बाबा,रामेश्वर दास सहित भारी तादात में भक्तों की भारी भीड़ रही।

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