Azamgarh :अब पेंशनर बिना कोषागार जाए बता सकेंगे, मैं जिंदा हूं

अब पेंशनर बिना कोषागार जाए बता सकेंगे, मैं जिंदा हूं

 

रिपोर्टर राकेश श्रीवास्तव

अब पेंशनरों को जीवन प्रमाणपत्र बनवाने व जमा करने के लिए कोषागार, बैंक या अन्य किसी विभाग में नहीं जाना होगा। वे घर बैठे ही जीवन प्रमाणपत्र बनवा सकेगें। इसके लिए डाक विभाग ने पहल शुरू की है।
नवंबर माह में हर साल पेंशनर को जीवन प्रमाणपत्र जमा करना होता है। ऐसे में बुजुर्ग पेंशनरों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में पेंशनरों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए डाक विभाग ने यह पहल शुरू की है। श्री अखिलेश कुमार, प्रवर अधीक्षक डाकघर आजमगढ़ मण्डल ने बताया कि इस सुविधा का लाभ लेने के लिए घर के नजदीक स्थित डाकघर के डाकिये या ग्रामीण डाक सेवक के जरिये डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट बनवाया जा सकता है। इसके लिए मात्र 70 रूपये का शुल्क रखा गया है। प्रमाणपत्र बन जाने के बाद स्वतः संबंधित विभाग को आनलाइन पहुच जाएगा।
डाक विभाग 1 नवंबर से 30 नवंबर, 2024 तक चेहरा और उंगलियों के निशान के जरिये और डिजिटल प्रक्रिया को बढ़ावा देते हुए दूरदराज के क्षेत्रों में रहने वाले सभी पेंशनभोगियों के साथ.साथ वरिष्ठ नागरिक पेंशनभोगियों को उनके घर पर ही यह सुविधा प्रदान कर रहा है|

इस सुविधा का लाभ उठाने के लिए पेंशनर पोस्ट इन्फो मोबाइल एप द्वारा अनुरोध कर सकते है। इसके बाद डाकिया और ग्रामीण डाक सेवक घर आ जाएंगे। पेंशनर को आधार, मोबाइल फोन नंबर व पीपीओ नंबर देना होगा। बायोमीट्रिक अपडेट के बाद पेंशनर का डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट बन जायेगा। डाक विभाग पेंशन की धनराशि घर बैठे आधार इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम के जरिये निकालने की सुविधा भी दे रहा है।

प्रवर अधीक्षक डाकघर
आजमगढ़ मंडल आजमगढ़

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