विश्वविद्यालय में तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय महिला सम्मेलन का समापन

आजमगढ़।दिनांक 8 मार्च 2025 को महाराजा सुहेलदेव विश्वविद्यालय आजमगढ़ में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर कार्यक्रम का तीसरा एवं अंतिम दिन का समापन बड़े धूमधाम से किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में अर्चना गरोदिया पूर्व अध्यक्ष फिक्की एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में आजमगढ़ जनपद के पुलिस उपमहानिरीक्षक सुनील कुमार सिंह तथा संपूर्ण कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के यशस्वी कुलपति प्रोफेसर संजीव कुमार ने किया ।कार्यक्रम का शुभारंभ सर्वप्रथम दीप प्रज्वलन मुख्य अतिथि , विशिष्ट अतिथि एवं डॉ सरिता, डॉ कनिका ,प्रोफेसर अनिल ,प्रोफेसर प्रियंबदा , सहित कई नाम चिन हस्तियों ने किया।

विश्वविद्यालय के मीडिया प्रभारी डॉ प्रवेश कुमार सिंह ने अवगत कराया की मुख्य अतिथि के रूप में पधारे पूर्व फिक्की अध्यक्ष ने अपने सारगर्भित उद्बोधन में कहा कि आज महिलाएं प्रत्येक क्षेत्र में बुलंदियां चुम रही हैं साथ ही साथ उनके शब्दकोश से अबला शब्द अब हट चुका है अब वह पुरुषों के कंधे से कंधा मिलाकर राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान दे रही हैं। अब अपने कठिन परिश्रम से हम पुरुषों का मार्गदर्शन भी कर रही है। महिलाएं अपने कंफर्ट जोन से बाहर निकल कर कार्य करना शुरू करती हैं अब न केवल भारत में अपितु विश्व पटल भी महिलाओं का लोहा मानने लगा है ,जहां तक हिंदुस्तान का प्रश्न है देश का नेतृत्व एक आदिवासी महिला कर रही है और प्रदेश का नेतृत्व भी एक महिला के हाथों में है और हम यह विश्वास के साथ कह सकते हैं कि इन महिलाओं के हाथ में देश पूरी तरह सुरक्षित है। आज हमारी आर्थिक स्थिति सर्वोच्च शिखर की तरफ बढ़ रही है क्योंकि भारत का वित्त मंत्रालय भी एक महिला के हाथ में है आज हम विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होकर उभरे हैं उन्होंने कार्यक्रम में आमंत्रित करने के लिए संयुक्त रूप से डॉ अपर्णा सिंह के साथ-साथ विश्वविद्यालय के यशस्वी कुलपति जी को साधुवाद व्यक्त किया।
विशिष्ट अतिथि के रूप में पधारे डीआईजी सुनील कुमार सिंह ने कहा कि यह मंच तो बुद्ध जीवियों का है यहां पर प्रोफेसर ही अच्छे दिखते हैं लेकिन आपने हमें इतना सम्मान देकर पुरी पुलिस बिरादरी को मजबूती प्रदान की है। आज महिलाएं बुलंदिया चूम रही है एवं हमारे पुलिस विभाग में भी महिला पुलिस ने अपनी कर्तव्य परायणता से तमाम क्षेत्र में अपराधों पर नियंत्रण प्राप्त कर लिया है तथा वे पुरुषों में किसी मायने से कम नहीं है। उन्होंने अभी कहा कि हर पुरुष को केवल अपनी मां का एवं बहन का ही सम्मान नहीं करना चाहिए बल्कि समाज में प्रत्येक महिला बहन बेटी के समान होती है केवल उनको मौका देने की जरूरत है वह शिकायत दूर करके दिखा देंगी। आज ट्रेन हो या बाघा बॉर्डर की रक्षा करनी हो ,राफेल विमान का नेतृत्व करना हो सभी में महिलाओं ने अपना परचम लहराया है अन्य विशिष्ट मेहमानों में डॉ सरिता चौधरी ,डॉ सुषमा ,डॉ कनिका ,मुकेश सिंह प्रोफेसर अनिल कुमार ,त्रिभुवन विश्वविद्यालय काठमांडू से पधारे एवं इंडोनेशिया विश्वविद्यालय एवं विदेशी धरती पोखरा नेपाल से पधारे तमाम नामचीन विभूतियां एवं शिक्षाविदो ने अपने उद्बोधन में आजमगढ़ के अनुभव को सराहा उन्होंने कहा कि निश्चय ही यह आजमगढ़ हमारा पहला ही प्रवास था परंतु हम यहां की मेहमान नवाजी से गदगद हैं । कुलपति जी के प्रति सभी ने समवेत स्वर में आभार प्रकट किया एवं उनकी सरलता सहजता तथा कर्तव्य निष्ठा के प्रति स्नेह ज्ञापित किया कार्यक्रम की संयोजक डॉ अपर्णा सिंह के नेतृत्व तीन दिवसीय सफल कार्यक्रम के लिए सभी अतिथियों ने मुक्त कंठ से प्रशंसा की तथा उन्होंने आमंत्रण देने के लिए विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर संजीव कुमार, कुल सचिव श्री विश्वेश्वर प्रसाद एवं कार्यक्रम की धुरी अपर्णा सिंह के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया ,संयोजिका ने अपने उद्बोधन में कहा कि इतने बड़े कार्यक्रम के पीछे माननीय कुलपति जी का विश्वास ज्यादा कारगर सिद्ध हुआ क्योंकि उन्होंने हम जैसे नए प्रोफेसर्स को भी इतना बड़ा मंच सौंप दिया एवं हम आभारी हैं अपने विश्वविद्यालय के कुल सचिव सहायक कुल सचिव टीचिंग एवं नॉन टीचिंग स्टाफ तथा प्रिय छात्र छात्राओं के प्रति जिन्होंने मेरे अनुरोध को स्वीकार करते हुए यथासंभव सहयोग किया हम सभी के प्रति धन्यवाद ज्ञापन करते हैं इस सफल आयोजन में सभी का योगदान रहा अन्यथा अकेले इतने बड़े आयोजन को पूर्णता प्रदान करना कदापि संभव नहीं था सभी को बहुत-बहुत आभार एवं धन्यवाद। कार्यक्रम में कृषि का श्रीवास्तव मारुति नंदन तिवारी डॉक्टर उदय पाल डॉ निधि पांडे डॉक्टर अंकुर चौबे डॉक्टर शिवेंद्र सिंह दो राजेश्वरी पांडे डॉ अजीत पटेल डॉ सौरभ सिंह डॉक्टर कुलदीप मौर्य आदि के साथ भारी संख्या में गरिमा में उपस्थिति मौजूद रही।

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