अभिनेता दीपक परमेश ने ‘ग्राउंड ज़ीरो’ में इमरान हाशमी के साथ काम करने का अनुभव साझा किया

मुंबई:चेन्नई से ताल्लुक रखने वाले अभिनेता दीपक परमेश ने हिंदी फिल्मों में अपना शानदार डेब्यू ‘ग्राउंड ज़ीरो’ से किया है, जिसमें मुख्य भूमिका में इमरान हाशमी नजर आएंगे। इमरान हाशमी के साथ काम करने के अनुभव को साझा करते हुए दीपक कहते हैं, “इमरान हाशमी एक बेहद ज़मीन से जुड़े हुए और उदार सह-कलाकार हैं। उन्हें अपने काम की गहरी समझ है, फिर भी सेट पर वे खुले और सहयोगात्मक अंदाज़ में काम करते हैं। उन्हें पता था कि मुझे हिंदी भाषा में थोड़ी परेशानी हो सकती है, इसलिए उन्होंने इस बात का पूरा ध्यान रखा कि जब हम साथ में शूट करें तो मैं सहज महसूस करूं। हम दोनों के बीच कई दिलचस्प बातचीत भी हुई। मैंने उनकी फिल्में देखकर बचपन बिताया है, इसलिए उनके साथ काम करना मेरे लिए एक सपना पूरा होने जैसा था। इतने अच्छे इंसान हैं वो। मैं हमेशा मानता हूं कि फिल्म बनाना एक टीमवर्क होता है, और जब आपकी कास्ट और क्रू शानदार होती है, तो आपके प्रदर्शन का स्तर भी खुद-ब-खुद ऊपर उठ जाता है।”

फिल्म के निर्देशक तेजस के बारे में बात करते हुए दीपक ने कहा, “तेजस सर एक बेहद प्रतिभाशाली निर्देशक हैं। वो जबरदस्ती कुछ नहीं कराते, बल्कि मार्गदर्शन करते हैं। उन्होंने मुझे मेरे किरदार ‘बीनू’ को खुद से खोजने की आज़ादी दी, लेकिन साथ ही यह भी जानते थे कि कब दखल देकर मुझे और बेहतर करने के लिए प्रेरित करना है। इस संतुलन ने मुझे एक कलाकार के रूप में बहुत कुछ सिखाया। उन्होंने हर बार मेरा आत्मविश्वास बढ़ाया और मुझे प्रोत्साहित किया। आज हम दोनों के बीच एक बहुत अच्छी बॉन्डिंग है। उन्होंने एक रियलिस्टिक फिल्म बनाना चाहा और ‘ग्राउंड ज़ीरो’ में उन्होंने वही किया।”

दक्षिण भारतीय फिल्म इंडस्ट्री में लंबे समय से सक्रिय दीपक ने यह भी बताया कि हिंदी फिल्मों में आने को लेकर वह शुरू में झिझक रहे थे। उन्होंने कहा,
“सच कहूं तो मैं पहले हिंदी फिल्मों के लिए तैयार नहीं था, खासकर भाषा की रुकावट की वजह से। लेकिन ‘ग्राउंड ज़ीरो’ ने मुझे आत्मविश्वास दिया। तमिल सिनेमा के अनुभव ने मुझे अनुशासन और विविधता के साथ काम करना सिखाया, और उसी ने मुझे यह कदम उठाने के लिए सक्षम बनाया। अब मैं पूरी तरह से नए चैलेंजेस के लिए तैयार हूं।”

दीपक आगे कहते हैं, “मुझे ऐसे किरदार खींचते हैं जो भावनात्मक रूप से चुनौतीपूर्ण हों और वास्तविक लगें। आज हिंदी सिनेमा ग्लोबल हो रहा है, और इसमें जो नई जगहें बन रही हैं असली कहानियों और किरदारों के लिए, उसका हिस्सा बनने पर मुझे गर्व होगा।”

‘ग्राउंड ज़ीरो’ के ज़रिए दीपक परमेश न सिर्फ हिंदी फिल्मों में कदम रख रहे हैं, बल्कि एक नई शुरुआत की ओर भी बढ़ रहे हैं — जहां भाषा से परे जाकर सिर्फ सच्ची कला और ईमानदार अभिनय मायने रखता है।

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