मऊ:मुहर्रम का चाँद नज़र आते ही जुलूस निकाल कर किया इमाम हुसैन को याद
रिपोर्ट :अशोकश्रीवास्तव ब्यूरोप्रमुख।
घोसी। घोसीनगर के बड़ागाँव शिया मुहल्ले में वृहस्पतिवार की रात को मुहर्रम का चाँद नज़र आते ही अंजुमन मसुमिया क़दीम के अज़खने,व अंजुमन सज्जादिया, मसुमिया, इमामिया,हुसैनी मिशन ने चाँद देखते ही मजलिस का सिससीला शुरू हो गया है।
मुहर्रम का चाँद नज़र आते ही हर घरों पर शोक का प्रतिक काला परचम लहराने लगा। ये अलम ईमाम हुसैन के 72 साथियो की याद में निकाला जाता है।ये वो अलम है जो ईमाम हुसैन ने 28 रजब सं: 61 हिज़री को मदीना छोड़कर कर्बला तक पहुंचने की याद में मनाया जाता है।आज से शियो के लिबास सिंगर से लेकर हर खुशी को ईमाम हुसैन अ:की याद में ग़म में तब्दील कर दिया जाता है।आज मुहर्रम की चाँद रात है।आज से दो महीना दस दिन तक कोई खुशी नही मनायेगा।आज हर महिला अपने हाथों की चूड़ियां तक तोड़ देती है।सब लोग काला कपड़ा पहने नज़र आएंगे किसी के घर शादी विवाह जन्मदिन कोई खुशी नही मनाई जायेगी। हर घर पर काला झंडा नज़र आएगा।मजलिस के दौरान अंजुमन मसुमिया क़दीम,अंजुमन सज्जादिया, अंजुमन दस्तये मसुमिया, अंजुमन इमामिया, अंजुमन हुसैनी मिशन ने नोहा खानी व नोहा पढ़ा सीना पीट कर मातम किया।