ऐ अल्लाह कब्र के अजाब से बचाकर हश्र कै मैदान तक देना उन्हे सोकून इन्ना लिल्लाहि व इन्ना एलैही राजेऊून
तबियत खराब होनेसे जीना हुआ मोहाल हॉस्पिटल मे भर्ती हुए और होगया इन्तेकाल
रिपोर्ट: रोशन लाल
राय बरेली निवासी मशहूर शायर मुनव्वर राणा का लंबी बीमारी के कारण निधन हो गया उन्होंने 71वर्स की आयू मे अपने जीवन की अंतिम सांसे लिया। मुनव्वर राणा पिछले काफी दिनों से बीमारियों से जूझ रहे थे।उन्होंने लखनऊ के पीजीआई में अंतिम सांस लिया। उनके निधन की खबर की पुष्टि उनके बेटे ने की। मुनव्वर राना की तबीयत 9 जनवरी को बिगडऩे के बाद उनको लखनऊ के पीजीआई में भर्ती किया गया था।जहाँ डाकटरों ने उनको आईसीयू में रखा था।यह जानकारी देते हुए उनके बेटे ने कहा कि अब्बू की तबीयत बिगड़ने पर उनको लखनऊ के संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान यानी SGPGI में भर्ती कराया गया।इससे पहले वह दो दिन तक लखनऊ स्थित मेदांता अस्पताल में भर्ती थे। राणा के इन्तेकाल से जहाँ उनके परवरिवार को झटका लगा है वहीं शायर जगत के लोगों ने अपनी बहुत बड़ी हस्ती खो दिया है।उनके मौत की खबर जो जहाँ से सुन रहा है वह वहीं से उनके अंतिम दर्शन के लिए उनके घर की तरफ चलदे रहा है।मुन्नोवर राना का लिखा हुआ यह शैर उन्ही के निधन पर चरितार्थ होगया कि ?
मौला ए तमन्ना है कि जब जान से जाऊं
जिस शान से आया हूँ उसी शान से जाऊं
क्या सूखे हुए फूल की किस्मत का भरोसा
मलूम नहीं कब तेरे गुलदान से जाऊं।
ऐसे ऊडू कि जाल न आए खुदा करे रास्ते में स्पताल न आए खुदा करे,
अब उससे दोस्ती है तो दोस्ती रहे शीशे में कोई बाल न आए खुदा करे।