आजमगढ़: निवासी मोहम्मद वसीम की मौत से गांव में शोक की लहर, जनाजे में उमड़ा जनसैलाब,अंतिम विदाई में हजारों लोगों की हुई भावुक मौजूदगी, विधायक पूजा सरोज समेत जनप्रतिनिधियों ने दी श्रद्धांजलि
Azamgarh: Wave of mourning in the village due to the death of resident Mohammad Wasim, huge crowd gathered in the funeral, thousands of people were present in the emotional farewell, public representatives including MLA Pooja Saroj paid tribute
आजमगढ़ जिले के मोहम्मदपुर ब्लॉक अंतर्गत ग्राम निवासी मोहम्मद वसीम पुत्र स्वर्गीय हवलदार की असामयिक मृत्यु से पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई। शनिवार को दोपहर उनकी मौत की खबर जैसे ही गांव में फैली, पूरे क्षेत्र में कोहराम मच गया। मोहम्मद वसीम एक मिलनसार, सामाजिक और कर्मठ व्यक्ति के रूप में जाने जाते थे। उनकी लोकप्रियता का अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है कि अंतिम संस्कार में हजारों की संख्या में लोगों ने भाग लिया।रविवार को ज़ोहर की नमाज़ के बाद दोपहर 2:00 बजे उनका जनाज़ा गांव के ही कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-ख़ाक किया गया। जनाज़े में रिश्तेदारों, शुभचिंतकों और क्षेत्रीय नागरिकों का जनसैलाब उमड़ पड़ा। हर आंख नम थी और हर चेहरा ग़मगीन। समाज के सभी वर्गों के लोग वसीम को अंतिम विदाई देने के लिए एकत्र हुए।इस अवसर पर मेहनगर विधानसभा की विधायक पूजा सरोज भी मौजूद रहीं। उन्होंने शोक संतप्त परिवार को सांत्वना दी और मोहम्मद वसीम को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। विधायक पूजा सरोज ने वसीम के सामाजिक योगदान को याद करते हुए उन्हें एक सच्चा इंसान और समाजसेवी बताया।
तीन जुलाई को अखिलेश यादव के दौरे की तैयारी जोरों पर, विधायक पूजा सरोज ने साधा प्रदेश सरकार पर निशाना
उधर आजमगढ़ में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के संभावित दौरे को लेकर तैयारियाँ ज़ोरों पर हैं। 3 जुलाई को आयोजित इस कार्यक्रम को लेकर समाजवादी कार्यकर्ताओं में खासा उत्साह देखा जा रहा है।विधायक पूजा सरोज ने बताया कि मेहनगर विधानसभा के कोने-कोने से पार्टी समर्थक बड़ी संख्या में कार्यक्रम में शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि वर्तमान उत्तर प्रदेश सरकार लोकतंत्र का गला घोंट रही है। “प्रदेश को अघोषित आपातकाल में झोंक दिया गया है। बुद्धिजीवियों, लेखकों, साहित्यकारों और विपक्षी नेताओं पर फर्जी मुकदमे थोपकर उन्हें डराने-धमकाने की कोशिश की जा रही है,” उन्होंने कहा।विधायक ने भरोसा जताया कि प्रदेश का जागरूक युवा इस दमनकारी नीति के आगे झुकने वाला नहीं है। उन्होंने कहा कि युवा ही सामाजिक और राजनीतिक परिवर्तन की चाबी हैं और वर्ष 2027 में समाजवादी पार्टी फिर से सत्ता में वापसी करेगी। उन्होंने संकल्प दोहराया कि “हमारा लक्ष्य है कि अखिलेश यादव को पुनः मुख्यमंत्री की कुर्सी तक पहुँचाया जाए।”