आजमगढ़ में रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़े गए राजस्व निरीक्षक,एंटी करप्शन टीम की कार्रवाई से हड़कंप
आजमगढ़ 24 जून । जनपद के चकबंदी विभाग में भ्रष्टाचार का एक और मामला उजागर हुआ है। मार्टिनगंज तहसील में तैनात राजस्व निरीक्षक रामकरण राम को एंटी करप्शन टीम ने 5,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। इस कार्रवाई से जिले के राजस्व विभाग में हड़कंप मच गया है।जानकारी के मुताबिक, सराय मोहन गांव निवासी कमलेश राम ने एंटी करप्शन कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई थी कि राजस्व निरीक्षक रामकरण राम ने उनकी पत्नी के नाम बैनामा कराई गई भूमि की पैमाइश करने के एवज में 5,000 रुपये की रिश्वत की मांग की थी। शिकायत की गंभीरता को देखते हुए एंटी करप्शन टीम ने एक सुनियोजित योजना के तहत कार्रवाई को अंजाम दिया।टीम ने पीड़ित से संपर्क कर उसे कैमिकल लगे हुए चिन्हित नोट दिए और तय समय पर रामकरण राम को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया। गिरफ्तारी के समय निरीक्षक के पास से वही नोट बरामद हुए, जिन पर केमिकल लगाया गया था। गिरफ्तारी के बाद रामकरण राम के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है और उन्हें न्यायालय में पेश किया जा रहा है, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेजे जाने की संभावना है।गौरतलब है कि रामकरण राम वर्ष 1995 में राजस्व विभाग में नियुक्त हुए थे और उनके खिलाफ पहले भी भ्रष्ट आचरण की शिकायतें सामने आ चुकी थीं। इससे पहले भी जिले में चकबंदी विभाग के कई अधिकारी और कर्मचारी भ्रष्टाचार के आरोपों में फंस चुके हैं।जिले में एंटी करप्शन टीम की लगातार छापेमारी और सख्त निगरानी के बावजूद राजस्व विभाग में रिश्वतखोरी की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। यह घटना एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर करती है कि विभागीय स्तर पर भ्रष्टाचार पर नकेल कसने के लिए और अधिक कठोर कदम उठाने की आवश्यकता है।प्रशासनिक सूत्रों का मानना है कि इस प्रकार की कार्रवाइयों से भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारियों में भय का माहौल बनेगा, लेकिन जब तक विभागीय व्यवस्था में सुधार नहीं किया जाता, तब तक ऐसी घटनाएं रुकने की उम्मीद कम ही है।