संचारी रोगों के खात्मे के लिए जिलाधिकारी ने हरी झंडी दिखा कर किया अभियान का शुभारम्भ
The District Magistrate flagged off the campaign to eradicate communicable diseases
विनय मिश्र, जिला संवाददाता।
देवरिया।
विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान का शुभारम्भ मंगलवार को जिलाधिकारी श्रीमती दिव्या मित्तल ने कलेक्ट्रेट परिसर से प्रचार वाहनों व जागरूकता रैली को रवाना कर किया। आयोजित कार्यक्रम में जिलाधिकारी ने कहा कि संचारी रोगों पर नियत्रंण सरकार की प्राथमिकता है।सफल नीति के चलते ही जापानी इन्सिफेलाइटिस और एईएस में कमी आई है। संचारी रोगों के खात्मे के लिए जनभागीदारी बहुत जरूरी है। यदि लोग जागरूक हों और मच्छररोधी परिस्थितियां उत्पन्न न करें तो डेंगू, मलेरिया जैसी बीमारियों को पनपने से रोका जा सकता है। उन्होंने बताया कि इस अभियान में स्वास्थ्य विभाग नोडल है और 13 विभाग इसमें सहयोग कर रहे हैं।
इस मौके पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अनिल कुमार गुप्ता ने कहा कि एक से 31 जुलाई तक विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान तथा 11 से 31 जुलाई तक दस्तक अभियान चलेगा। इसके साथ ही डायरिया रोको अभियान (स्टॉप डायरिया कैम्पेन) अभियान भी 31 जुलाई तक चलाया जा रहा है। दस्तक अभियान के दौरान इसके तहत आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता बुखार, इंफ़्लुएंजा लाइक इलनेस (आईएलआई), फाइलेरिया, काला जार, कुष्ठ रोग के लक्षण वाले व्यक्तियों और कुपोषित बच्चों का नाम, पता, मोबाइल नंबर सहित सम्पूर्ण विवरण ई–कवच पोर्टल पर अपलोड करेंगी। इसके साथ ही क्षेत्रवार घरों की सूची जहां मच्छरों का प्रजनन पाया गया है, इसका विवरण निर्धारित प्रपत्र पर भरकर संबंधित अधिकारी को उपलब्ध कराएंगी। स्वास्थ्य कार्यकर्ता माइक्रोप्लान के अनुसार कार्यक्षेत्र में आने वाले परिवारों के सभी सदस्यों का आयुष्मान भारत हेल्थ एकाउंट (आभा) सृजन भी अवश्य रूप से करेंगे और वह परिवार को आभा नंबर की उपयोगिता से अवगत कराएंगे।
इस अवसर पर एसीएम आरसीएच डॉ अजय शाही, राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ अश्विनी पाण्डेय, डॉ आरपी यादव, डीसीपीएम राजेश गुप्ता, जिला मलेरिया अधिकारी सीपी मिश्रा, सीवीओ डॉ ऐके वैश्य, ईओ संजय तिवारी, डीपीएम राजेश गुप्ता, सहायक मलेरिया अधिकारी सुधाकर मणि, सहयोगी संस्था सीफार, यूनिसेफ़ के प्रतिनिधि व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी, कर्मचारी सहित अन्य सहभागी विभागों के प्रतिनिधि मौजूद रहे।